परकोटे के बाहर जांच कम, सीएस ने कहा-12 अप्रैल से पहले रैंडम सैंपलिंग हाेगी, मोबाइल एप डेवलप करेंगे ताकि लोग खुद जांच के लिए आगे आएं

परकोटे के बाहर भी कोरोना मरीज मिलने के बीच मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने गुरुवार को परकोटे के बाहर सैंपलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रामगंज और परकोटे के बाहर के क्षेत्र बहुत तेजी से संक्रमित हो रहे हैं। ऐसे में सैंपलिंग बढ़ाने की जरूरत है। अभी यहां सैंपलिंग की संख्या बहुत कम है। सैंपलिंग के लिए पूरा ध्यान रामगंज और इसके आसपास का क्षेत्र है। सचिवालय में कोरोना से निपटने के लिए आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में गुप्ता ने प्रदेश  व जयपुर की स्थिति की समीक्षा की।


रामगंज में तैनात अफसरों ने कर्फ्यू की पालना के लिए ड्रोन कैमरों की संख्या बढ़ाने और सीसीटीवी कैमरे लगाने की जरूरत बताई। परकोटे से बाहर संक्रमण फैलने से रोकने के लिए 12 अप्रैल से पहले रेंडम सैंपलिंग की पूरी तैयारी की जाए। सीएस ने क्वारैंटाइन व्यवस्था एवं प्रबंधन के लिए जयपुर विकास प्राधिकरण के आयुक्त टी रविकांत को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। जयपुर जिले के नोडल अधिकारी व ऊर्जा विभाग के प्रमुख शासन सचिव अजिताभ शर्मा ने कहा कि अगले कुछ ही दिन में 900 से अधिक सैंपल विभिन्न क्लस्टर्स में लिए जाने का लक्ष्य रखा गया है।


रामगंज क्षेत्र में 621 सैंपल लिए गए 
राजकीय चिकित्सालय रामगंज - 193
राजकीय चिकित्सालय, मोतीकटला - 132
रहमानी मस्जिद - 216
मस्जिद शेखान - 80
कुल सैंपलिंग - 621


एप बनेगा... ताकि लोग खुद जांच को आगे आएं
सीएस ने कहा- जयपुर में कोरोना संक्रमण की जांच कराने के इच्छुक लोगों के लिए मोबाइल एप विकसित कर रहे हैं। संक्रमण की आशंका हो तो लोग इस एप में अपने लक्षण फीड कर सकेंगे। पैरा मेडिकल व चिकित्सक लक्षणों की जांच कर केसेज की छंटनी करेंगे। इसके बाद टीम संबंधित व्यक्ति के घर जाकर स्क्रीनिंग करेगी। इसके बाद टेस्ट।